पटना। बिहार की राजधानी पटना के सेंट केरेंस स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा आराध्या इन दिनों चर्चा में हैं। वजह है उनका एक विशेष प्रयास — हनुमान चालीसा का अनुवाद। इस प्रयास की जानकारी जब लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को मिली, तो उन्होंने आराध्या को न सिर्फ प्रेरित किया बल्कि हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया।
चिराग पासवान ने की सराहना
सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान ने आराध्या के इस धार्मिक-सांस्कृतिक कार्य की खुलकर सराहना की और कहा कि आज की पीढ़ी का धर्म और संस्कृति के प्रति ऐसा झुकाव प्रेरणादायक है। उन्होंने वादा किया कि अगर इस अनुवाद को आगे किसी रूप में प्रकाशित या प्रचारित करने की आवश्यकता पड़ी, तो वह पूरी मदद करेंगे।
आराध्या ने क्यों किया अनुवाद?
आराध्या के परिजनों के अनुसार, उन्हें बचपन से ही धार्मिक ग्रंथों में रुचि है। हनुमान चालीसा को सरल और स्पष्ट भाषा में अधिक लोगों तक पहुंचाने की मंशा से उन्होंने इसका अनुवाद शुरू किया। अब तक वह इसका अधिकांश भाग पूरा कर चुकी हैं।