नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा हाल ही में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी CPI(M) की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से किए जाने पर विवाद गहराता जा रहा है। इस पर सीपीआई(एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कड़ी आपत्ति जताई है।
उन्होंने कहा:
> "राहुल गांधी की ये टिप्पणी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। CPI(M) और RSS की तुलना करना न केवल ऐतिहासिक रूप से गलत है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि उन्हें केरल और भारत की राजनीतिक हकीकत की स्पष्ट समझ नहीं है।"
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📌 क्या कहा था राहुल गांधी ने?
राहुल गांधी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा था कि "CPI(M) भी वही करती है जो RSS करती है, बस विचारधारा अलग होती है।"
उनकी इस टिप्पणी को वामपंथी खेमा अपमानजनक और गलत तुलनात्मक राजनीतिक बयान मान रहा है।
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🔁 क्यों भड़की CPI(M)?
CPI(M) का कहना है कि वह जनतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की हिमायती है, जबकि RSS सांप्रदायिक एजेंडे को आगे बढ़ाता है।
केरल में कांग्रेस और CPI(M) पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर दोनों दल भाजपा विरोधी मंच पर साथ भी दिखाई देते हैं।
येचुरी का यह भी कहना था कि कांग्रेस को भाजपा विरोध के नाम पर राज्य स्तरीय सियासी उलझनों से ऊपर उठकर सोचना चाहिए।
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🧭 केरल की राजनीतिक पृष्ठभूमि
केरल में CPI(M)-नीत वाम मोर्चा और कांग्रेस-नीत UDF के बीच वर्षों से मुकाबला है।
राहुल गांधी खुद वायनाड लोकसभा सीट से सांसद हैं, जो केरल में ही है।
ऐसे में राज्य की सियासत में इस तरह की बयानबाजी भविष्य के गठबंधन समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।