पटना के प्रतिष्ठित एम्स अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं इन दिनों प्रभावित हो गई हैं। शिवहर से आरजेडी विधायक चेतन आनंद के साथ हुए विवाद के बाद एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल का सीधा असर सैकड़ों मरीजों की इलाज व्यवस्था पर पड़ा है, जो इलाज के लिए एम्स पर निर्भर हैं।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, एक मरीज के इलाज को लेकर विधायक चेतन आनंद और डॉक्टरों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। डॉक्टरों का आरोप है कि विधायक ने अस्पताल परिसर में दबाव बनाने और दुर्व्यवहार की कोशिश की, जिससे आक्रोशित होकर रेजिडेंट डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी।
डॉक्टरों की मांग:
घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
डॉक्टरों ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर सकते हैं, जिससे हालात और अधिक गंभीर हो सकते हैं।
मरीजों की बढ़ी परेशानी:
ओपीडी सेवाएं ठप हैं।
ऑपरेशन टाले जा रहे हैं।
मरीज और उनके परिजन भटकते नजर आ रहे हैं।
प्रशासन की स्थिति:
स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल प्रबंधन हड़ताल खत्म कराने के प्रयास में जुटा है। विधायक चेतन आनंद की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक हलकों में यह मामला चिकित्सकों की गरिमा और जनप्रतिनिधियों के रवैये को लेकर चर्चा का विषय बन गया है।