भागलपुर – बिहार में मानसूनी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के बाद अब गंगा और कोसी नदी उफान पर हैं, जिससे भागलपुर जिले के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। सबौर और कहलगांव प्रखंड सबसे ज्यादा प्रभावित बताए जा रहे हैं।
कई घर और स्कूल जलमग्न
स्थानीय प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, सबौर और कहलगांव के कई गांवों में बाढ़ का पानी घरों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में घुस चुका है। लोगों को रहने और खाने में भारी परेशानी हो रही है। बाढ़ का पानी गांवों की सड़कों पर बहने लगा है, जिससे आवागमन लगभग ठप हो गया है।
सड़कों पर पानी, यातायात बाधित
कई आंतरिक सड़कों के साथ-साथ प्रखंड स्तरीय मुख्य मार्गों पर भी पानी चढ़ गया है, जिसके कारण वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। कुछ ग्रामीण नावों और ट्रैक्टर की मदद से आने-जाने को मजबूर हैं।
प्रशासन ने शुरू किया राहत कार्य
भागलपुर जिला प्रशासन ने बताया है कि:
बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कैंप और सामुदायिक किचन की व्यवस्था की जा रही है।
नावों की व्यवस्था कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग और पशुपालन विभाग की टीमें भी अलर्ट पर हैं।
स्थानीय लोगों की व्यथा
एक स्थानीय ग्रामीण ने बताया:
> "पानी अचानक से इतना बढ़ गया कि समझ ही नहीं आया कब घर में घुस गया। बच्चों की किताबें, राशन सब खराब हो गया। प्रशासन से मदद की आस है।"
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में गंगा और कोसी नदी के जलस्तर में और बढ़ोतरी की आशंका जताई है। इसके चलते नीचे बसे गांवों में स्थिति और बिगड़ सकती है।