लखीसराय: जिले में नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण बाढ़ की स्थिति दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है। सबसे अधिक प्रभाव पिपरिया प्रखंड पर पड़ा है, जहां के पथुआ और कन्हरपुर गांव पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर गए हैं।
इन गांवों का सड़क मार्ग से संपर्क पूरी तरह टूट चुका है, जिससे राहत एवं बचाव कार्यों में भी कठिनाई आ रही है। ग्रामीणों को नाव के सहारे आवागमन करना पड़ रहा है, वहीं प्रशासन की ओर से भी नावों की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन यह नाकाफी साबित हो रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ का पानी घरों में घुस चुका है, जिससे खाद्यान्न और जरूरी सामान भीग गए हैं। कई लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। प्रशासन की ओर से फिलहाल सूखा राशन और पेयजल की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन पीड़ितों की संख्या को देखते हुए यह प्रयास अपर्याप्त नजर आ रहा है।
प्रशासन ने कहा है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और प्रभावित इलाकों में राहत कैंप स्थापित करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है।
बाढ़ से जुड़ी अन्य जानकारी और राहत कार्यों की अपडेट के लिए पढ़ते रहिए - मिथिला हिन्दी न्यूज