पटना के प्रतिष्ठित एम्स अस्पताल में हुई मारपीट और हंगामे के मामले ने अब कानूनी मोड़ ले लिया है। शिवहर के विधायक चेतन आनंद, उनकी पत्नी आयुषी और बॉडीगार्ड के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई अस्पताल के डॉक्टरों की शिकायत पर की गई है, जिन्होंने तीनों पर मारपीट, बदसलूकी और हथियार लहराने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या है मामला?
घटना बीते दिनों की है, जब एक मरीज के इलाज को लेकर विधायक और उनकी पत्नी अस्पताल पहुंचे। इसी दौरान इलाज को लेकर हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया और कथित तौर पर विधायक, उनकी पत्नी और बॉडीगार्ड ने रेजिडेंट डॉक्टरों से बदसलूकी और मारपीट की। डॉक्टरों का आरोप है कि विधायक पक्ष ने धमकी दी और हथियार भी लहराया।
दर्ज हुए आरोप:
सरकारी कार्य में बाधा
अस्पताल परिसर में हंगामा
जान से मारने की धमकी
हथियार दिखाकर भय फैलाना
महिला डॉक्टर के साथ अभद्र व्यवहार
क्या कह रहे हैं डॉक्टर?
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (RDA) ने घटना के विरोध में हड़ताल शुरू कर दी थी और अब भी वे इमरजेंसी सेवाएं बंद करने की चेतावनी दे रहे हैं। डॉक्टरों ने साफ कहा है कि जब तक दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, वे पीछे नहीं हटेंगे।
विधायक की प्रतिक्रिया:
अब तक विधायक चेतन आनंद की ओर से कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में इस मामले को लेकर काफी चर्चा है और इसे जनप्रतिनिधियों के रवैये बनाम मेडिकल स्टाफ की गरिमा के मुद्दे के तौर पर देखा जा रहा है।
पुलिस जांच शुरू:
एफआईआर दर्ज होते ही पटना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अस्पताल प्रशासन ने भी घटना से संबंधित सीसीटीवी फुटेज सौंपने की बात कही है।