लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए ऐसा बयान दिया है, जिससे भाजपा-जेडीयू गठबंधन की चिंता बढ़ सकती है।
चिराग ने कहा —
> “पिता जी का सपना था कि बिहार का हर नौजवान आत्मनिर्भर बने, हर गांव में विकास पहुंचे। अब उस सपने को साकार करने का वक्त आ गया है। मैं किसी समझौते की राजनीति नहीं करूंगा, चाहे कीमत कुछ भी चुकानी पड़े।”
चिराग का यह बयान ऐसे समय आया है जब एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान जारी है। सूत्रों के मुताबिक, चिराग इस बार सम्मानजनक हिस्सेदारी की मांग पर अड़े हुए हैं। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर असहमति के बाद लोजपा एनडीए से अलग हो गई थी और उसने अकेले मैदान में उतरने का फैसला लिया था।
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि चिराग का यह रुख आने वाले दिनों में बिहार की चुनावी सियासत को और गर्मा सकता है।
बिहार की राजनीति और चुनावी अपडेट के लिए पढ़ते रहें — मिथिला हिन्दी न्यूज।