पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में टिकटों की सेंधमारी और छटपटाहट का नजारा खूब देखने को मिला। इस बार कई दावेदारों ने टिकट पाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन कुछ ऐसे भी रहे जिनके हाथ तो टिकट लगा, मगर चुनाव मैदान में उतरने का मौका नहीं मिला।
चुनाव आयोग के सख्त नियमों और प्रक्रियाओं ने कुछ प्रत्याशियों के अरमानों पर पानी फेर दिया। नतीजतन, उनके नामांकन रद्द कर दिए गए।
रद्द हुए नामांकनों की सूची में शामिल हैं —
- सीमा सिंह – लोक जनशक्ति पार्टी (मढ़ौरा)
- शशि भूषण सिंह – विकासशील इंसान पार्टी (सुगौली)
- श्वेता सुमन – राष्ट्रीय जनता दल (मोहनिया)
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इन उम्मीदवारों ने टिकट पाने के बाद पूरी तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन नामांकन पत्र में तकनीकी खामियों और आवश्यक दस्तावेज़ों की कमी के चलते उन्हें झटका लगा।
चुनावी विश्लेषकों का कहना है कि यह घटना याद दिलाती है कि लोकतंत्र में केवल जनसमर्थन ही नहीं, बल्कि प्रक्रिया की सटीकता भी उतनी ही जरूरी है।
अब देखना यह है कि क्या ये उम्मीदवार अगली बार दोबारा मैदान में उतर पाएंगे, या फिर यह हार उनकी राजनीतिक यात्रा की कड़वी याद बनकर रह जाएगी।
— रिपोर्ट: रोहित कुमार सोनू, संपादक, मिथिला हिन्दी न्यूज
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