बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मतदान खत्म होने के बाद अब सट्टा बाजार में हलचल तेज हो गई है। भारत-नेपाल सीमावर्ती इलाकों में जनादेश से पहले ही धनादेश का खेल शुरू हो गया है।
जानकारी के मुताबिक, फारबिसगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार से लेकर नेपाल के विराटनगर और पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक सट्टे का जाल फैला हुआ है। सीमांचल इलाकों में चुनावी चर्चा अब सिर्फ मतगणना तक सीमित नहीं है, बल्कि लोग हार-जीत और वोटों के अंतर पर भी लाखों का दांव लगा रहे हैं।
सटोरियों का दावा है कि इस बार का बाजार पिछले चुनावों की तुलना में कहीं बड़ा है। कई जगहों पर मोबाइल नेटवर्क और सोशल मीडिया ऐप्स के जरिए गुपचुप तरीके से सट्टे का कारोबार चल रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, खुफिया एजेंसियां इस पर कड़ी निगरानी रख रही हैं और कई संवेदनशील स्थानों पर छापेमारी की तैयारी चल रही है।
राजनीतिक गलियारों में भी इस गैरकानूनी गतिविधि की चर्चा जोरों पर है। जानकारों का कहना है कि जैसे-जैसे 14 नवंबर की मतगणना करीब आएगी, वैसे-वैसे यह सट्टा बाजार और भी गर्म होता जाएगा।
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