बिहार में विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की एक और बड़ी कार्रवाई से प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। एसवीयू ने औरंगाबाद के उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के आरोप में मामला दर्ज करते हुए मल्टी लोकेशन छापेमारी शुरू की है।
विशेष न्यायाधीश निगरानी द्वारा जारी तलाशी वारंट के आधार पर यह कार्रवाई एक साथ तीन जिलों — औरंगाबाद, जहानाबाद और पटना में की जा रही है। एसवीयू की टीम आरोपी के कार्यालयों और आवासीय परिसरों में दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और संपत्तियों से जुड़े सबूतों की जांच कर रही है।
1.58 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति का आरोप
अभियुक्त अनिल कुमार पर आरोप है कि सरकारी सेवा अवधि के दौरान और विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने अपनी वैध आय से अधिक संपत्ति अर्जित की। एसवीयू की जांच रिपोर्ट के अनुसार उनके पास करीब ₹1,58,45,888 की अवैध संपत्ति पाई गई है, जो उनकी ज्ञात आय से काफी अधिक है।
जांच टीम के सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान बैंक खाते, जमीन के कागजात, निवेश और अन्य वित्तीय दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है। कई जगहों पर संदिग्ध लेनदेन और संपत्तियों के हाई-वैल्यू रिकॉर्ड मिलने की बात भी सामने आ रही है।
भ्रष्टाचार पर निगरानी बढ़ी
हाल के महीनों में बिहार में एसवीयू द्वारा अधिकारियों पर की जा रही कार्रवाई में तेजी आई है। इससे भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की सख्त नीति का संकेत मिलता है। इस मामले में आगे की कार्रवाई दस्तावेजों की जांच और संपत्तियों के सत्यापन पर निर्भर करेगी।
एसवीयू सूत्रों का कहना है कि छापेमारी के बाद संपत्ति जब्ती और गिरफ्तारी की कार्रवाई भी संभव है, यदि आरोप सही पाए जाते हैं।
---
👉 बिहार प्रशासन और भ्रष्टाचार से जुड़ी हर अपडेट के लिए पढ़ते रहें — मिथिला हिन्दी न्यूज।