बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार नीतीश कुमार की खुलकर तारीफ करना अब टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को भारी पड़ता दिख रहा है। उन्होंने कहा था कि बिहार को भरोसेमंद और सफल नेता मिला है, जिसका वह हकदार था—लेकिन यह बयान उनकी ही पार्टी को रास नहीं आया।
TMC ने कहा — “उनका निजी बयान, पार्टी का नहीं”
टीएमसी नेतृत्व ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए साफ कर दिया कि नीतीश कुमार की तारीफ शत्रुघ्न सिन्हा का निजी बयान है और पार्टी इससे पूरी तरह अलग है।
टीएमसी ने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे पर शत्रुघ्न सिन्हा से बात करेंगे, क्योंकि पार्टी की आधिकारिक लाइन एनडीए के खिलाफ रही है।
सिन्हा की मुश्किलें बढ़ीं?
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मामला शत्रुघ्न सिन्हा के लिए असहज स्थिति पैदा कर सकता है।
टीएमसी आमतौर पर भाजपा और एनडीए की आलोचना करती रही है, ऐसे में नीतीश कुमार की प्रशंसा को पार्टी की नीति के उलट माना जाता है।
शत्रुघ्न सिन्हा पहले भी अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहे हैं, लेकिन इस बार मामला चुनावी नतीजों और गठबंधन की राजनीति से जुड़ा होने के कारण ज्यादा संवेदनशील माना जा रहा है।
अब देखने वाली बात यह है कि टीएमसी नेतृत्व उनसे क्या स्थिति स्पष्ट कराता है और क्या यह मामला आगे बढ़ता है या पार्टी स्तर पर सुलझा लिया जाता है।
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