पटना। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा सकारात्मक असर देखने को मिला है। इस योजना के अंतर्गत जिले की 1 लाख 71 हजार जीविका दीदियों के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि सीधे भेजी गई थी।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस सहायता राशि का उपयोग करते हुए करीब 80 प्रतिशत महिलाओं ने अपना स्टार्टअप शुरू कर दिया है। किसी ने किराना दुकान खोली है, तो किसी ने सिलाई-कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर, डेयरी, पोल्ट्री, अगरबत्ती, मसाला और अन्य छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू किए हैं। इससे न केवल महिलाओं की आमदनी बढ़ी है, बल्कि वे परिवार की आर्थिक रीढ़ भी बन रही हैं।
अधिकारियों का कहना है कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, जिसमें जीविका दीदियों ने उल्लेखनीय सफलता दिखाई है। आगे भी प्रशिक्षण, मार्केटिंग और वित्तीय सहयोग के जरिए इन स्टार्टअप्स को और मजबूत किया जाएगा।
योजना से जुड़े लोग मानते हैं कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना ने ग्रामीण इलाकों में महिला उद्यमिता को नई पहचान दी है और यह मॉडल अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणादायक बन रहा है।
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