पटना। बिहार सरकार राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर और नवोन्मेषी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। राज्य के सभी 38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में स्टार्टअप सेल गठित करने का निर्देश दिया गया है। इस कदम का उद्देश्य छात्रों के बीच उद्यमिता की भावना को बढ़ावा देना और उन्हें नवाचार (Innovation) की ओर प्रेरित करना है।
सरकार द्वारा हर कॉलेज को 10-10 लाख रुपये का सीड फंड भी उपलब्ध कराया जाएगा। यह राशि छात्रों द्वारा शुरू किए जा रहे स्टार्टअप को प्रारंभिक पूंजी के रूप में दी जाएगी, जिससे वे अपने विचारों को धरातल पर उतार सकें।
स्टार्टअप से बढ़ेगा युवाओं में आत्मविश्वास
सरकार का मानना है कि यह पहल न केवल युवाओं को नौकरी तलाशने के बजाय नौकरी देने वाला बनाने में मदद करेगी, बल्कि बिहार को स्टार्टअप हब के रूप में विकसित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
नवाचार और रोजगार दोनों को मिलेगा बढ़ावा
इस पहल के तहत कॉलेजों में स्टार्टअप से संबंधित वर्कशॉप, मेंटरशिप प्रोग्राम, और इनक्यूबेशन सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। इससे छात्रों को अपने आइडिया को व्यावसायिक मॉडल में बदलने का मार्गदर्शन और संसाधन मिल सकेगा।
मिथिला क्षेत्र के युवाओं को भी मिलेगा अवसर
इस निर्णय का लाभ मिथिला क्षेत्र के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों को भी मिलेगा, जिससे यहाँ के छात्र भी तकनीक, कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में अपने नवाचारों को लागू कर सकेंगे।