बिहार में विकसित हो रहे विश्वस्तरीय जंक्शन प्रोजेक्ट की प्रगति बेहद धीमी चल रही है। रेलवे के उच्च अधिकारियों के मुताबिक, पिछले तीन वर्षों में इस महत्वाकांक्षी योजना का महज 49.5% कार्य ही पूरा हो पाया है।
इस परियोजना के तहत जिन चार प्रमुख उप-प्रोजेक्टों की शुरुआत होनी थी, वे अब तक शुरू ही नहीं हो सके हैं। इस स्थिति पर नाराजगी जताते हुए रेलवे के महाप्रबंधक (GM) ने निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है।
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🔧 क्या है प्रोजेक्ट का लक्ष्य?
इस विश्वस्तरीय जंक्शन को देश के टॉप क्लास रेलवे स्टेशनों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। इसमें शामिल हैं:
अत्याधुनिक प्लेटफॉर्म और वेटिंग हॉल
मल्टीलेवल पार्किंग
फूड कोर्ट और कैफेटेरिया
यात्री सुविधाओं के लिए एस्केलेटर और लिफ्ट
स्टेशन के बाहर और अंदर ट्रैफिक मैनेजमेंट
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⌛ अब तक की स्थिति:
कुल प्रगति: 49.5%
चार बड़े प्रोजेक्ट: एक भी शुरू नहीं
काम की धीमी गति का कारण: फंड रिलीज़ में देरी, ठेकेदारों की लापरवाही, तकनीकी अड़चनें
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🚨 GM का सख्त रुख:
महाप्रबंधक ने बैठक में कहा:
> "यह जनता की उम्मीदों से जुड़ा प्रोजेक्ट है, इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने और लंबित प्रोजेक्ट को शीघ्र शुरू करने के आदेश दिए गए हैं।"
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🕒 तय समयसीमा पर खतरा?
जैसा कि पहले तय था, यह प्रोजेक्ट 2026 के अंत तक पूरा होना था। लेकिन मौजूदा गति को देखते हुए समयसीमा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।