संवाद
मध्य प्रदेश और राजस्थान में कफ सिरप पीने से कई बच्चों की मौत की खबरों के बाद पूरे देश में चिंता का माहौल है। इस घटना के बाद कई राज्यों ने दवा की आपूर्ति और बिक्री पर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, बिहार में फिलहाल स्थिति सामान्य बताई जा रही है और यहां इस कफ सिरप की आपूर्ति नहीं हुई है।
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिस कफ सिरप को लेकर अन्य राज्यों में घटनाएं हुई हैं, वह दवा बिहार में वितरित नहीं की गई है। सहायक औषधि नियंत्रक चुनेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि संबंधित कफ सिरप न तो सरकारी अस्पतालों में उपयोग हो रहा है और न ही निजी दवा दुकानों में इसकी बिक्री हो रही है।
उन्होंने बताया कि अभी तक राज्य सरकार की ओर से इस दवा पर किसी तरह का प्रतिबंध या निर्देश जारी नहीं किया गया है, लेकिन विभाग पूरी सतर्कता से मामले पर नजर रखे हुए है।
स्वास्थ्य विभाग ने दवा विक्रेताओं और आम जनता से अपील की है कि वे बिना चिकित्सकीय परामर्श के किसी भी कफ सिरप का उपयोग न करें और संदिग्ध दवाओं की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
देशभर में इस घटना को लेकर जांच एजेंसियां सक्रिय हैं और दवा निर्माता कंपनियों से जवाब तलब किया जा रहा है। वहीं, बिहार में स्वास्थ्य महकमा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट पर है।
स्वास्थ्य से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर के लिए पढ़ते रहिए — मिथिला हिन्दी न्यूज।