सीतामढ़ी से हुई छठ महापर्व की शुरुआत – माता सीता ने लखनदेई नदी तट पर किया था सबसे पहला छठ पूजन

संवाद 

छठ पूजा आज बिहार का ही नहीं बल्कि पूरे भारत और विश्व में बसे बिहारियों का सबसे बड़ा लोकआस्था का पर्व माना जाता है। इस महापर्व की जड़ें गहराई से मिथिला और खासकर सीतामढ़ी से जुड़ी हुई हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, छठ पूजा की शुरुआत स्वयं माता सीता ने सीतामढ़ी में लखनदेई नदी के तट पर की थी, जब वे भगवान श्रीराम के साथ वनवास के दौरान यहां रुकी थीं।


📜 छठ पूजा की पौराणिक उत्पत्ति – सीतामढ़ी है साक्षी

कथा के अनुसार, सीता माता ने भगवान सूर्य की उपासना कर संतान और परिवार के कल्याण की प्रार्थना की थी। इस पूजा में उन्होंने कठोर नियमों का पालन करते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया और षष्ठी तिथि पर व्रत संपन्न किया। उसी स्थान पर आज भी माता सीता के चरण चिन्ह मौजूद हैं, जो छठ पूजा की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक गवाही देते हैं।


🛕 सीतामढ़ी में छठ का अद्भुत महत्व

सीतामढ़ी को माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है और यही कारण है कि इस धरा पर छठ पर्व को एक आध्यात्मिक विरासत के रूप में मनाया जाता है। यहां के लखनदेई, बागमती और आसपास के घाटों पर छठ के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं।


🌞 बिहार का महापर्व – सीमाओं से परे छठ

छठ पूजा अब सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रही। यह उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल सहित दिल्ली, मुंबई, गुजरात जैसे राज्यों में भी बड़े उत्साह से मनाई जाती है। इसके अलावा नेपाल, मॉरीशस, फिजी, दुबई, अमेरिका, कनाडा और यूरोप के कई देशों में बसे प्रवासी भारतीय भी इस पर्व को पूरी आस्था के साथ मनाते हैं।


🌾 लोक आस्था और तपस्या का प्रतीक

यह व्रत न सिर्फ परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है, बल्कि इसमें सूर्य देव एवं छठी माता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जाती है। व्रती चार दिनों तक शुद्धता, संयम, स्नान, उपवास और निर्जला तपस्या के माध्यम से व्रत करते हैं।


✨ श्रद्धा, इतिहास और आस्था की धरती – सीतामढ़ी

सीतामढ़ी आज भी छठ की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में मशहूर है। यहां माता सीता द्वारा प्रारंभ की गई पूजा आज भी लाखों भक्तों को प्रेरित करती है। लखनदेई नदी के उस ऐतिहासिक स्थल पर जब छठ का अर्घ्य सामूहिक रूप से दिया जाता है, तो ऐसा लगता है जैसे आस्था के इस पर्व में स्वयं माता सीता की उपस्थिति महसूस हो रही हो।


🙏 माता सीता और छठी मइया की कृपा सब पर बनी रहे।
लोक आस्था के महापर्व छठ की शुभकामनाएं!
– मिथिला हिन्दी न्यूज

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.