रोहित कुमार सोनू
दिवाली की रौशनी के बीच दिल्ली, नोएडा और आसपास के इलाकों में जमकर हुई आतिशबाज़ी अब लोगों की सांसों पर भारी पड़ रही है। पटाखों के धुएं ने हवा में प्रदूषण का स्तर इस तरह बढ़ाया है कि कई जगह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 के पार पहुँच चुका है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
दिल्ली में हालात सबसे खराब
मंगलवार की सुबह दिल्ली के आनंद विहार में हवा सबसे ज़्यादा प्रदूषित दर्ज की गई, जहां AQI गंभीर रूप से 453 तक पहुँच गया। अन्य इलाकों में स्थिति इस प्रकार रही:
- वजीरपुर: 423
- द्वारका: 417
- अशोक विहार: 404
इसके अलावा आईटीओ चौक, आया नगर, बुराड़ी, चांदनी चौक, जहांगीरपुरी, लोधी रोड और मंदिर मार्ग में हवा का स्तर 300 के पार दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
दिल्ली पर छाई स्मॉग की चादर
दिवाली के बाद पूरी दिल्ली धुएँ की मोटी चादर में लिपटी हुई दिखाई दे रही है। दृश्यता में कमी आने लगी है और लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टर सांस और हृदय रोगियों को घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दे रहे हैं।
नोएडा में भी प्रदूषण का ग्राफ चढ़ा
दिल्ली से सटे नोएडा में भी एक्यूआई 350 के पार दर्ज हुआ, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों ने चेताया है कि हवा की गति धीमी रहने से अगले 24-48 घंटों में प्रदूषण स्तर और बढ़ सकता है।
पहाड़ों में भी हवा हुई खराब
दिल्ली-NCR तक ही नहीं, प्रदूषण की मार पहाड़ी इलाकों तक पहुँच गई है—
- नैनीताल: AQI 164 (मध्यम से खराब श्रेणी)
- देहरादून: AQI 218 (खराब श्रेणी)
यह संकेत दे रहा है कि प्रदूषण का असर अब मैदानी इलाकों से निकलकर पर्वतीय क्षेत्रों को भी प्रभावित कर रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी हरित पटाखों की अनुमति
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 15 अक्टूबर को कुछ शर्तों के साथ दिल्ली-NCR में ग्रीन क्रैकर्स (हरित पटाखों) की बिक्री और उपयोग की अनुमति दी थी। इसके बावजूद प्रदूषण के बढ़ते स्तर चिंता का विषय बन गए हैं।
AQI श्रेणियां समझें
| AQI स्तर | श्रेणी |
|---|---|
| 0-50 | अच्छा |
| 51-100 | संतोषजनक |
| 101-200 | मध्यम |
| 201-300 | खराब |
| 301-400 | बहुत खराब |
| 401-500 | गंभीर |
दिल्ली में मंगलवार और बुधवार को हवा की गुणवत्ता के ‘गंभीर’ श्रेणी में बने रहने की संभावना जताई जा रही है।
प्रदूषण के इस बढ़ते खतरे को देखते हुए विशेषज्ञों ने घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनने, सुबह की सैर से बचने और एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने की सलाह दी है। यदि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में लोगों के स्वास्थ्य पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
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