मिथिला हिन्दी न्यूज बलरामपुर/ कटिहार:- विश्व ओजोन दिवस पहली बार 1995 में मनाया गया था ।यह दिवस धरती पर पर्यावरण के प्रति जागरूकता ओर ओजोन परत की अहमियत के कारण मनाया जाता है ।राजवंशी कल्याण परिषद के कार्यकर्ताओं ने पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया गया। जगन्नाथ दास ने बताया कि 1970 के दशक के अंत में वैज्ञानिकों को ओजन परत के छेदों के बारे में पता चला था। उसके बाद 80 के दशक में विश्व के कई देशों की सरकार ने इस समस्या का चिंतन करना शुरू किया। 1985 में दुनिया की सरकारों ने ओजन परत की सुरक्षा के लिए वियना कन्वेशन को अपनाया ।ओजन लेयर के बचाव के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने का फैसला किया पहली बार 16 सितंबर 1995 को ओजोन दिवस मनाया गया तभी से हरेक साल विश्व ओजोन दिवस के रूप में मनाया जाता है ।इस मौके पर मुकुल चंद्र सिंह, बसंत कुमार दास, सूरज कुमार दास, अर्जुन कुमार दास उपस्थित थे।