बिहार विधानसभा चुनाव से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने महागठबंधन के भीतर अपनी भूमिका को लेकर बड़ा बयान दिया है। पार्टी ने कहा है कि बिहार की कई ऐसी सीटें हैं, जहां अगर JMM सहयोग नहीं करेगा या उसके नेता और कार्यकर्ता मैदान में प्रचार नहीं करेंगे, तो इसका सीधा असर महागठबंधन के वोट शेयर पर पड़ेगा।
JMM नेताओं का कहना है कि सीमांचल और दक्षिण बिहार के कुछ क्षेत्रों में उनकी अच्छी पकड़ है। ऐसे में पार्टी चाहती है कि सीट बंटवारे और प्रचार रणनीति में उसे सम्मानजनक स्थान दिया जाए।
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में झामुमो ने आरजेडी को 7 सीटें दी थीं, और इस बार पार्टी उम्मीद कर रही है कि बदले में बिहार चुनाव में उसे भी हिस्सेदारी दी जाए।
महागठबंधन के भीतर यह बयान एक नए राजनीतिक समीकरण का संकेत दे रहा है। आने वाले दिनों में JMM और RJD के बीच सीटों को लेकर बातचीत अहम मोड़ पर पहुंच सकती है।
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