अनूप नारायण सिंह
मिथिला हिन्दी न्यूज :-बिहार का चित्तौड़गढ़ कहा जाने वाला 'बाढ़ विधानसभा' पर इस बार कई प्रत्याशियों की नजर है। प्रत्येक प्रत्याशी अपने पूरे दमखम के साथ बाढ़ विधानसभा पर
कब्जा करने के लिए व्याकुल है। बता दें कि पिछले 15 साल से बाढ़ विधानसभा के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह 'ज्ञानू' रहे हैं। परंतु इस बार हवा का रुख बदला-बदला सा नजर आ रहा है। जनता के बीच उनके 15 साल के सत्ता का विरोध साफ़ दिख रहा है। एक तरफ जहां स्पष्ट है की NDA गठबंधन के प्रत्याशी ज्ञानेंद्र सिंह 'ज्ञानू' ही होंगे, तो दूसरी तरफ राजद खेमे में लंबी कतार है। हालांकि मुख्य रूप से कुछ ही प्रत्याशी हैं जो कि क्षेत्र में लगातार मेहनत कर रहे हैं जिनमें नमिता नीरज सिंह का नाम सबसे आगे उभर कर आता है। बता दें कि नमिता नीरज सिंह प्रदेश राजद (महिला प्रकोष्ठ) की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और विगत 3-4 सालों से लगातार सत्ता पर काबिज होने के लिए क्षेत्र में धुआंधार मेहनत कर रही हैं।
सबसे अहम बात राजद के कई प्रत्याशियों में नमिता नीरज सिंह अकेली स्थानीय प्रत्याशी दिख रही हैं जिनके पति का घर बाढ़ विधानसभा के 'बिचली मलाही' ग्राम में है। आपको बता दें कि नमिता नीरज सिंह के पति सेना में अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं और उन्हें राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति द्वारा 'वीरता के लिए पुलिस पदक' से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनके इस फौजी छवि के कारण क्षेत्र में युवाओं का खासा समर्थन मिल रहा है, जिसका सीधा फायदा नमिता नीरज सिंह को मिलता दिख रहा है। हालांकि निम्नलिखित बिंदुओं पर अगर गौर करें तो बाढ़ विधानसभा से नमिता नीरज सिंह सबसे प्रबल दावेदार के रूप में उभर कर सामने आ रही है
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