मिथिला हिन्दी न्यूज :-चतुर्थ वर्गीय कर्मचारि अशेशर राय व उनके भतीजा द्वारा जान से मार कर दफनाने की धमकी दिया गया था। प्रधानाचार्य ने मोहनपुर ओपी से सुरक्षा की लगाई हैं घुहार
शाहपुर पटोरी: मंगलवार को जीएमआरडी. कॉलेज मोहनपुर, समस्तीपुर के प्रिंसिपल डॉ. घनश्याम राय पर हुए जानलेवा हमले। डॉ घनश्याम राय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 25 अगस्त को छात्र संघ के द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर 18 अगस्त को एक ज्ञापन दिया गया था । मांगों का बिंदुवार जवाब 18 अगस्त को ही शाम में देकर 23 अगस्त को छात्रसंघ के पदाधिकारी के साथ वर्चुअल मीटिंग आयोजित की गई और सभी मांगों पर विचार कर आंदोलनात्मक कार्यक्रम कोरोना महामारी के कारण स्थगित रखने को कहा गया । उसके बावजूद 25 अगस्त को 10:00 बजे दिन से छात्र संघ के पदाधिकारियों द्वारा महाविद्यालय में भूख हड़ताल शुरू किया गया। मोहनपुर ओपी को आवेदन देकर अवैध आंदोलन में शामिल सभी सदस्यों को गिरफ्तार करने की मांग की गयी । आवेदन एसडीओ पटोरी और एसडीपीओ पटोरी को व्हाट्सएप पर भेजा दिया गया था। अंचलाधिकारी मोहनपुर द्वारा शाम 4:00 बजे छात्र संघ के पदाधिकारियों से वार्ता की गई सभी मांगों पर बिंदुवार चर्चा करते हुए इंटरमीडिएट काउंटिंग के दिशा निर्देश् के आलोक कार्यवाइ करने का आश्वासन दिया गया विधायिका द्वारा शाम 7:00 बजे अनशन कारियों को जूस पिलाकर आंदोलन समाप्त करबया गया। सामूहिक फोटोग्राफी की गई बाहर निकलने के दौरान महाविद्यालय के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया गया । विधायिका ने स्थानीय लोगों को कहा कि अब आप लोगों की मांग को प्रधानाचार्य महोदय से स्वीकार कर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है तो फिर बाहर से तालाबंदी क्यों किया जा रहा है । विधायिका द्वारा लोगों को मानने के बावजूद भी दरवाजा नहीं खोला गया और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारि अशेशर राय ,उनका भतीजा व भीड़ ने कहा की प्रधानाचार्या डॉ घनश्याम राय को हमारे हवाले करिए उसको मार कर यही दफना देंगे । घनश्याम राय ने बताया कि थाना प्रभारी और कुछ सामाजिक लोगों के द्वारा शाम 7:00 बजे मुझे और तीनों शिक्षकों को अपने गाड़ी से बाहर निकालने के क्रम में अशेशर राय चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी और मुझे स्थानीय निवासी एवं उनका भतीजा सतीश कुमार यादव उर्फ आशीष आर्यन ने भीड़ को भड़का कर मुझे दरवाजे में बंद कर दिया। बाहर निकालने का प्रयास किया तो गाड़ी पर ताबड़तोड़ हमला करना शुरू किया।