डा राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा रमेश चन्द्र श्रीवास्तव ने महात्मा गांधी के 151वीं जन्मदिवस के अवसर पर आनलाईन माध्यम से मेमोरियल लेक्चर दिया। उन्होंने कहा कि गांधी जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि गांधीजी गांवो को आत्मनिर्भर बनाना चाहते थे। आज कोविड महामारी के दौर में इसकी बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गांधीजी स्वच्छता पर बहुत जोर देते थे। स्वच्छता में भगवान का निवास होता है। उन्होंने कहा कि गांवों मे सबसे ज्यादा जरूरत खाद की है खेती के लिये।डा राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय गांधी जी के विचारों के अनुरूप गांव को स्वच्छ बनाने और खाद की कमी को दूर करने के लिये नई तकनीक विकसित की है। गांवो ़ में कचरे से जैविक खाद बनाया जा सकता है। विश्वविद्यालय अपने कैंपस में इसका उपयोग कर कमाई कर रहा है। गांधी जी चाहते थे कि किसी भी चीज को बेकार ने फेंका जाये उसका उपयोग किया जाये। हम छिलके से हर्बल गुलाल, मक्का के नेडे से पत्तल प्लेट तथा अरहर के डंठल से सजावटी सामान बनाये जाने रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को गांधी जी के विचारों से प्रेरणा लेनी चाहिए और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें। मैमोरियल लेक्चर में विश्वविद्यालय के सभी कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक, कृषक एवं विश्वविद्यालय के छात्र , वैज्ञानिक, शिक्षक एवं कर्मचारियों ने शिरकत की। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के डीन स्टूडेंट वेलफेयर डा ए के मिश्रा ने भी अपने विचार व्यक्त किया और कुलपति का धन्यवाद ज्ञापन किया।