बादल राज
नानपुर (सीतामढ़ी )कोरोना महामारी के वजह से देश को आर्थिक और सामाजिक स्तर पर भी नुकसान से गुजरना पड़ रहा है। लेकिन इन सबके बीच स्कूल बंद रहने से सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर पड़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए नीति आयोग के मार्गदर्शन में आकांक्षी जिलांतर्गत चल रहे कार्यक्रम में पीरामल फाउंडेशन एवं साक्षरता कार्यक्रम के संयुक्त तत्वावधान में लड़कियों के शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए 'सक्ष्म बिटिया अभियान' की शुरुआत किया है। जिसके तहत के आर पी हेमलता कुमारी एवं पिरामल फाउंडेशन के प्रशिक्षक अनारसिगं मेहता और मृणमय दे एवं नानपुर प्रखंड के 27 शिक्षा सेवक को भी इस अभियान से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। इस क्रम में मंगलवार को बीआरसी रायपुर नानपुर के सभाकक्ष में सक्षम बिटिया अभियान के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर नानपुर प्रखंड के तालिमी मरकज संगठन के प्रखंड अध्यक्ष मो.मतीन अशरफ एवं शिक्षा सेवक संघ के प्रखंड अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र कुमार एवं सभी शिक्षा सेवक इस प्रशिक्षण में भाग लिए नीति आयोग के निर्देश पर पांच जिलों में सक्षम बिटिया अभियान की शुरुआत की गई है। इसमें सभी केंद्रों पर बच्चियों को सप्ताह में (3) तीन दिन गतिविधियों के माध्यम से उन्हें केंद्र से जोड़ना है। । प्रशिक्षक मृणमय एवं अनारसिगं मेहता के द्वारा बताया गया कि यूनेस्को के सर्वे के अनुसार करीब 24 मिलियन विद्यार्थी कोरोना काल के समाप्त होने के बाद विद्यालय वापस नहीं आ पाएंगे। साथ ही एक्सपर्ट कि मानें तो लड़कियों के ड्रॉप आउट दर में 20 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। इसके मद्देनजर यह अभियान शुरू किया गया है।