राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर व्यवहार न्यायालय के प्रांगण में संचालित जिला विधिक सेवा प्राधिकार में कार्यरत पूर्व पारा भोलेंटियर वर्करों ( विधिक स्वंयसेवक ) ने अपने मानदेय भुगतान राशि का चेक लेने से इंकार कर चेक का बहिष्कार किया है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार समस्तीपुर के पूर्व विधि स्वंयसेवक मनोज कुमार पासवान , सुधीर कुमार मिश्रा , कमलेश पासवान , राकेश कुमार , अजबलाल पासवान , महेश राय , रामकुमार पासवान , मो० नौशाद , रंजीत कुमार इत्यादि ने मिथिला हिन्दी न्यूज बेव पोर्टल के कार्यालय में हस्तलिखित आवेदन देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा मानदेय भुगतान राशि का जारी चेक का बहिष्कार करने की सूचना दिया है । उनलोगों के द्वारा प्रेस को बताया गया है की जि०वि०से० प्रा० समस्तीपुर कार्यालय से सचिव राजीव रंजन सहाय के हस्ताक्षर से सूचना दिया गया है कि आपलोग अपने बकाए भुगतान का चेक आकर प्राप्त कर लें । जिसमें से एक पीएलभी मो० नौशाद कार्यालय मेँ गया तो उन्हें 8750/- का चेक बहला फुसलाकर थमा दिया गया और चेक देने से पहले ही प्राप्ति का हस्ताक्षर करवा लिया गया। उसके बाद कार्यालय लिपिक प्रभात रंजन द्वारा कहा गया कि इसी तरह सबका चेक ५०००/= से १२०००/= तक का बना हुआ है। इनलोगों का कहना है की जबकि मो० नौशाद का मानदेय भुगतान बकाया करीब १५८०००/- रु० है और हमलोगों का बकाया एक लाख से लेकर तीन लाख रुपये तक का होगा । कार्यालय सचिव द्वारा हमलोगों को मानदेय भुगतान राशि का चेक कम का दिया जा रहा है । जबकि माननीय उच्चन्यायालय द्वारा सीडब्ल्यूजेसी २१०६१/१४ हमलोगों के मानदेय का जांच करते हुए पूर्ण भुगतान का आदेश सहित नौकरी पर बहाल करने का आदेश जारी करने के बाबजूद भी पूर्ण भुगतान नहीं किया जा रहा है। जबकि इनके द्वारा जारी पत्र में इस केश नं० का वर्ष गलत दर्शाया गया है। उच्चन्यायालय के आदेश जारी किए जाने पर भी आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है । उक्त आदेश में मानदेय का भुगतान करने के साथ ही अनुलग्नक ॥ पर पुनः विचार करने का आदेश जारी किया गया था। जिस कारण से हमलोगों ने चेक नहीं लेने का निर्णय लिया है। उन्होंने अपनी स्थिति पर विचार करते हुऐ प्रेस से न्याय दिलाने की गुहार लगाया हैं ।