केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना का नाम और निशान एकनाथ शिंदे गुट को दिए जाने के बाद से ही इसकी आशंका जताई जा रही थी. वह सच हुई और संजय राउत को पद से हटा दिया गया. अब शिंदे समर्थक शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर राज्यसभा में मुख्य नेता होंगे.
संजय राउत के खिलाफ कार्रवाई उद्धव ठाकरे गुट के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. शिंदे समर्थक लोकसभा सांसद राहुल शेवाले ने इस संबंध में एक पत्र लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेजा था. 17 फरवरी को केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा दिए गए फैसले के मुताबिक शिवसेना का नाम और निशान एकनाथ शिंदे गुट को मिल गया. इसके बाद 21 फरवरी को मुंबई में सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. इस बैठक में गजानन कीर्तिकर की नियुक्ति का फैसला किया गया.
इसके बाद यह जानकारी देते हुए राहुल शेवाले ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा कि शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में यह फैसला किया गया है कि संसद में शिवसेना के नेता के पद पर गजानन कीर्तिकर होंगे. इसके बाद यह तय हो गया था कि संजय राउत का राज्यसभा में शिवसेना के मुख्य नेता का पद जाने वाला है.
गजानन कीर्तिकर को शिवसेना का मुख्य नेता बनाया गया
इस तरह शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के फैसले के मुताबिक संजय राउत को शिवसेना के संसदीय दल के नेता पद से हटाया गया और उस पद पर सांसद गजानन कीर्तिकर को लाया गया. इस अवसर पर शिवसेना सांसदों ने संसद में शिवसेना के कार्यालय में गजानन कीर्तिकर का अभिनंदन किया. अभिनंदन किए जाने वाले सांसदों में राहुल शेवाले, श्रीकांत शिंदे, बुलढाणा के प्रतापराव जाधव, कोल्हापुर के संजय मंडलिक, हातकणंगले के सांसद धैर्यशील माने मौजूद रहे.
गजानन कीर्तिकर 2019 में उत्तर पूर्व मुंबई से कांग्रेस के संजय निरुपम को हराकर सांसद बने. इससे पहले वे 2014 में भी उत्तर-पश्चिम मुंबई से लोकसभा सांसद रहे. सांसद बनने से पहले वे चार बार विधायक रह चुके थे.