ऑटो में शगुफ्ता की बड़ी बहन गर्भवती शाइस्ता और उसकी दो बच्ची सवार थी.
जैसे ही ऑटो पूर्णिया जीरोमाइल पहुंचा गोलंबर पार करने के दरमियान पटवा से लदा एक ट्रक उनके ऑटो पर पलट गया. दुर्घटना के समय शगुफ्ता ऑटो के किनारे में बैठी थी, वो तीन वर्षीय बच्ची अलीशा को पकड़ कर कूद गई. जिससे दोनों की जान बच गई. जबकि उसकी बड़ी बहन शाइस्ता और उसकी चार वर्षीय बेटी शायरा ऑटो के भीतर ही दबकर मर गई. घटना के बाद जीरो माइल पर अफरा तफरी मच गई.स्थानीय लोगों ने काफी मशक्कत कर ट्रक में दबी मां बेटी को किसी तरह बाहर निकाला और आनन फानन में उपचार के लिए पूर्णिया मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां डॉक्टरों ने दोनों की मृत्यु की पुष्टि कर दी. इधर घटना की जानकारी मिलते ही पीड़ित परिवार सहित उसके गांव के लोग अस्पताल में उमड़ पड़े. घटना के बाद मृतका की छोटी बेटी अलीशा को उसके गांव के ही लोग सुरक्षित ले गए, जबकि ऑटो ड्राइवर की कोई खबर नहीं मिली है.