बीजेपी नेता विजय कुमार सिन्हा ने बोला कि जिसका जो संस्कार और संस्कृति है
उसी के हिसाब से वह समाज के बीच में दिखाई पड़ता है. उन्होंने बोला कि यहां हर जाति, धर्म, क्षेत्र, भाषा सबके प्रति सम्मान भाव है. यही धर्मनिरपेक्षता होनी चाहिए, लेकिन तुष्टिकरण की सियासत से धर्मनिरपेक्षता और सनातन के संतानों को उसी के देवी-देवताओं पर बार-बार बयान देना, इनके अंत का वक्त नजदीक आ गया है.
आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने औरंगाबाद में मां सरस्वती पर विवादित बयान देते हुए बोला है कि मां सरस्वती के पिता ब्रह्मा जी की गलत नीयत थी और शादी कर ली थी. तो ऐसे चरित्रहीन देवी-देवताओं की पूजा नहीं होनी चाहिए. चरित्रवान लोगों की पूजा होनी चाहिए, जैसे सावित्री बाई फुले की पूजा होनी चाहिए. बता दें कि इससे पहले आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने मां दुर्गा पर विवादित वर्णन दिया था. एक बार उन्होंने मां सरस्वती को लेकर टिप्पणी कर दी है.