वित्त मंत्री विजय चौधरी ने 2 लाख 61 हजार 885 करोड़ का बजट पेश किया। बजट में सरकार का 10 लाख रोजगार देने वाले बयान पर फोकस रहा। BPSC से लेकर पुलिस में बंपर भर्तियों के ऐलान किए गए हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि BPSC से 49000 रिक्तियां भरी जाएंगी, BTSC में 12000 भर्तियां होंगी, BSSC में 29000 भर्तियां होंगी। इसके साथ ही शिक्षकों की भी बंपर भर्तियां होंगी।
बजट में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं पर फोकस रहा। वित्त मंत्री इस बार लाल रंग की जगह काले रंग का सूटकेस लेकर विधानसभा पहुंचे।
वित्त मंत्री ने कहा कि 10 सालों में बजट का आकार 3 गुना बढ़ा है। बिहार की आर्थिक वृद्धि दर 10.98 फीसदी रही। जब कि देश की आर्थिक वृद्धि दर 6 फीसदी रही। देश दुनिया में बिहार की स्थिति बहुत अच्छी है। बहुत जल्द हम 1 नंबर पर होंगे। हम सीमित संसाधनों में भी बाकी राज्यों से बेहतर काम कर रहे हैं। हमारी विकास दर हमेशा 10 से ऊपर ही रहने वाली।
ये राज्य की योजनाओं की वजह से है। सरकार की नीतियों की वजह से ये संभव हो पाया है। 10 सालों में बिहार की उपलब्धियां लगातार बढ़ रही हैं। बीजेपी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये नहीं है कि ये साथ थे तो बढ़ रहा था। अब ये नहीं है तो नहीं बढ़ रहा है।
विजय चौधरी ने कहा कि युवा और रोजगार को बजट में प्रमुखता दी गई है। युवाओं को सरकारी नौकरी के अलावा रोजगार सृजन करने के लिए सरकार प्रयासरत है। पुलिस के अलग-अलग 75,343 पदों के लिए स्वीकृति दी गई है। एक साल में 522 शिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है। सरकार ने स्टार्टअप नीति लागू की है।
बिहार की योजनाएं देश के बाकी राज्यों में चल रही हैं। हमने 2016 में नल-जल योजना लागू की। केंद्र ने इसे 2019 में लागू किया। इसी तरह आजीविका योजना, हर घर बिजली योजना, जल-जीवन हरियाली योजना भी नाम बदल-बदलकर लागू की गई। हमें देखकर वो काम करते हैं।
बजट की बड़ी बातें
-10 लाख युवाओं को रोजगार देने की योजना है -शिक्षकों की भर्तियां चल रही हैं -मई तक पूरी हो जाएगी जातीय गणना - ई-रिक्शा और एंबुलेंस के लिए सरकार अनुदान देगी -नारी शक्ति योजना के लिए 60 करोड़ -बालिका साइकिल योजना के लिए 50 करोड़ -बालिका पोशाक योजना के लिए 100 करोड़ -मैट्रिक में फर्स्ट आने वालों के लिए 94 करोड़ -मदरसे के पुर्ननिर्माण के लिए 40 करोड़ -PMCH के विस्तार के लिए 5540 करोड़ -गांव में टेली मेडिसिन की सुविधा दी जा रही है -21 सदर अस्पतालों को मॉडल अस्पताल बनाया जाएगा -पशु पालकों के लिए 525 करोड़ -सोलर लाइट के लिए 392 करोड़ -6 जगहों पर रोप-वे बनाया जाएगा -संस्कृत शिक्षकों को 7वें वेतनमान का लाभ मिलेगा -मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में खादी मॉल बनेगा
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि हम लोगों पर कर का बोझ बिना बढ़ाए काम कर रहे हैं, लेकिन जीएसटी लागू होने के बाद हमें नुकसान हो रहा है। पहले राज्य सरकार को उसका मुआवजा भी मिलता था। लेकिन, अब हमारे कर संसाधन को सीमित कर दिया है। राजस्व घाटा 11 हजार 325 से कम होकर 4 हजार 422 हो गया है।
सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी के विधायकों ने हंगामा किया
मंत्री सुरेंद्र यादव के अग्निवीरों को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर बीजेपी ने कार्य स्थगन की मांग की। कार्य स्थगन प्रस्ताव के ना मंजूर होने पर भाजपा के विधायक हंगामा करने लगे। बीजेपी के विधायकों ने वेल में जमकर हंगामा किया। इसके बाद सदन से वॉकआउट कर गए। अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि आसान पर दबाव डालकर आप काम कराना चाहते हैं तो आसान दबाव में नहीं आने वाला है।
भाजपा विधायकों ने मंत्री इजराइल मंसूरी के इस्तीफे के मांग को लेकर भी विधानसभा में जमकर हंगामा किया। बीजेपी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वह कहते थे कि अपराधी को संरक्षण नहीं देते, लेकिन दागी मंत्री मंसूरी को बचा रहे हैं।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता विरोधी दल विजय सिन्हा ने मंत्री इसराइल मंसूरी पर हत्या की FIR दर्ज होने और मंत्री सुरेन्द्र यादव के बयान का मसला सदन में उठाया।
विपक्ष के विरोध पर सीएम ने कहा कि आप लोगों ने जो कागज भेजा हैं, उसे हमने अधिकारियों को भेज दिया है। पूरे मामले को देखने का निर्देश भी दे दिया है। कहीं कोई बात होगी तो उसे भी बताया जाएगा। नीतीश कुमार के आश्वासन के बाद नेता विरोधी दल ने कहा कि मंत्री के रहते न्याय नहीं मिल सकता। इसलिए जब तक जांच हो रही है, तब तक उन्हें मंत्री पद से हटा दिया जाए।
हंगामे के बाद सीएम ने मंत्री को किया तलब
सदन में विपक्ष के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री ने मंत्री इसराइल मंसूरी को अपने चेंबर में बुलाया है। इस दौरान इसराइल मंसूरी के साथ मंत्री जमा खान और अशोक चौधरी भी मौजूद हैं। सीएम पूरे मामले की पूछताछ कर रहे हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि मंत्री इसराइल मंसूरी के ऊपर हत्या में शामिल होने का केस दर्ज है, लेकिन पुलिस पूरे मामले पर मंत्री के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही। ना ही जांच हो रही। नेता विरोधी दल ने सदन में कई कागजात भी दिए थे, जिसे सीएम ने अपने अधिकारियों को देकर मामले की जांच की बात कही थी।
मैं सवाल उठाता रहूंगा- सुधाकर सिंह
बजट सत्र में शामिल होने पहुंचे पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने सदन के बाहर साफ कर दिया कि वो नीतीश कुमार के खिलाफ सवाल उठाते रहेंगे। तेजस्वी यादव के बाहर से गाइड होने वाले बयान पर सुधाकर सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि हम किसी और से गाइड नहीं हो रहे।
सुधाकर सिंह ने कहा कि 14 करोड़ लोग की आवाज बनकर सदन में आया हूं। मैं उनसे गाइड हो रहा हूं। तेजस्वी द्वारा कार्रवाई वाले बयान पर सुधाकर सिंह ने चुप्पी साधी। हालांकि उन्होंने कहा कि जनता के सवालों को पूछना मेरा अधिकार है और मैं सदन में वही काम कर रहा हूं।
शिक्षा मंत्री ने फिर रामचरित मानस पर सवाल उठाया
शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि मैं अपने पुराने बयान पर कायम हूं। विधानसभा में किसी की हिम्मत नहीं कि मेरे बयान पर सवाल खड़ा कर सके। मैं आज भी कह रहा हूं कि रामचरित मानस में शूद्रों का अपमान किया गया था। लोहिया और आंबेडकर की नजर से मैं पढ़ता हूं। आज का शूद्र पढ़ा-लिखा है। उसे बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरित मानस के दोहा को पढ़कर सुनाया।
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान के बाद जेडीयू विधायक डॉ. संजीव ने विरोध जताते हुए कहा कि यह चिप पब्लिसिटी के लिए बयान दे रहे हैं। इन्हें इलाज की जरूरत है। रामचरित मानस पर कोई सवाल नहीं खड़ा कर सकता है। हिम्मत है तो दूसरे धर्मों के बारे में बयान देकर सड़क पर चल कर दिखाएं। यह तो हिंदू धर्म की महानता है कि वह अभी तक इस तरह का बयान दे रहे हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बजट पेश किया था। जब एनडीए की सरकार थी तो सुशील कुमार मोदी और तार किशोर प्रसाद बजट पेश कर चुके हैं। वही 2015-17 में अब्दुल बारी सिद्धकी ने भी बजट पेश किया था।