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CBI को बीजेपी के 'दामाद' वाले तेज प्रताप के वर्णन पर BJP बौखलाई, अश्विनी चौबे ने बताया इतिहास


संवाद 

नौकरी के बदले जमीन घोटाले मामले में दिल्ली की एक अदालत ने राष्ट्रीय जनता दल नेता लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव, पत्नी सहित अन्य के विरुद्ध समन जारी किया है. इसको लेकर तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को बोला था कि सीबीआई बीजेपी का दामाद है. वहीं, इस वर्णन पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने शनिवार को प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कांग्रेस पर इशारा करते हुए बोला कि सीबीआई तो उस वक्त भी असली दामाद था जब लालू प्रसाद यादव पहली बार जेल गए. ये सब वे भूल गए.अश्विनी चौबे ने बोला कि जो जैसा करेगा-वैसा भरेगा. एक चौपाई है जस करनी तस भोगाहूँ ताता नरक जात में क्यों पछताता. जो लोग भ्रष्टाचार में है उन पर तो करवाई जरूर होगी. इसमें स्वतंत्र एजेंसियां अपना कार्य कर रही हैं. वही तेज प्रताप यादव के बयान का जवाब देते हुए काफी ज्यादा गुस्से में उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर इशारा करते हुए बोला कि असली दामाद तो सीबीआई उस वक्त थी जब वह पहली बार लालू यादव जेल गए थे. उस समय तो लालू यादव खुद ससुर बने हुए थे तो उनके दामाद ही उनको गिरफ्तार करके जेल भेजा था. यह वही सीबीआई और ईडी है. ये भूल गए हैं क्या? 

उस वक्त तो यह प्रधानमंत्री को पॉकेट में रखते थे तब उस समय इनको सीबीआई क्यों गिरफ्तार की थी?

 क्यों सीबीआई और ईडी इन पर कार्रवाई की थी. यह नाटक कर रहे हैं. चोरी करेंगे और ऊपर से सीनाजोरी करेंगे.वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भी लालू प्रसाद यादव पर समन जारी होने के मामले पर सीबीआई को सही ठहराया. नित्यानंद राय ने बोला कि यह जायज है. जो जैसा करेगा वैसा पाएगा. रेलवे में नौकरी के बदले बेबस नौजवानों और अविभावकों से जमीन और पैसे लिए गए थे. कई लोगों को तो जमीन और पैसे लेकर नौकरी भी नहीं दी गई थी. उन्होंने बोला कि एक जिम्मेवार पद पर रहकर इतना बड़ा घोटाला करना कानून के हिसाब से बहुत बड़ा गुनाह है. नित्यानंद राय ने बोला कि मैं लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव या इस मामले में जो लोग भी संलिप्त हैं, उनसे मैं बोलना चाहूंगा कि सीबीआई एक स्वतंत्र इकाई है. जो घोटाला करने वाले, इस तरह का अपराध करने वाले और नौकरी के बदले जमीन लेने वाले को क्या सीबीआई मिठाई खिलाएगी? सीबीआई उस पर कार्रवाई करेगी. कार्रवाई हुई है और ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए तभी भ्रष्टाचार समाप्त होगा.वहीं, तेज प्रताप यादव के 'दामाद' वाले बयान पर नित्यानंद राय ने बोला कि मेरा तो ऐसा संस्कार नहीं है कि मैं इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करूं. सरकार में लालू प्रसाद यादव भी रहे हैं. कांग्रेस भी रही है, जेडीयू भी रही है तो इस तरह की अभद्र भाषा बौखलाहट में बोली जाती है. इसको जनता देख रही है. उन्होंने बोला कि जिस तरह से भ्रष्टाचार में यह लिप्त हैं और उनके परिवार के द्वारा और बिहार सरकार के मंत्री के द्वारा इस तरह की अभद्र टिप्पणी घोर आपत्तिजनक है. सीबीआई क्या करेगी? भ्रष्टाचार करने वाले पर कार्रवाई करेगी या उनको मिठाई खिलाएगी. यह सब जनता देख रही है और जनता इसका हिसाब जरुर लेगी.

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