शनिवार की सुबह 8:30 बजे से विश्व की शांति को लेकर विशेष प्रार्थना प्रारंभ हुई.
करीब डेढ़ घंटे तक महाबोधि वृक्ष के नीचे विशेष पूजा अर्चना की गई. विश्व शांति की प्रार्थना के क्रम में बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के अलावा विभिन्न देश के स्कॉलर और बहुत से श्रद्धालु सम्मिलित हुए. विश्व शांति की कामना को लेकर प्रार्थना की गई. वहीं, दलाई लामा के आगमन को लेकर बोधगया में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. उनके आवासन स्थल तिब्बत मॉनेस्ट्री को मल्टी लेयर में सुरक्षा प्रदान की गई है. तिब्बत मोनेस्ट्री को अभेद दुर्ग के रूप में तब्दील कर दिया गया है. उनके निजी सुरक्षाकर्मी भी सुरक्षा में तैनात हैं.धर्मगुरु दलाई लामा लगभग एक महीने तक बोधगया में ही रहेंगे. इस क्रम में 29, 30 और 31 दिसंबर को बोधगया के कालचक्र मैदान में वह प्रवचन देंगे, जिसे सुनने के लिए अब तक विश्व के कई देशों के करीब 50 हजार श्रद्धालु बोधगया आ चुके हैं. करीब 1 लाख लोगों का आने का अनुमान है. बता दें कि 15 दिसंबर को दलाई लामा बोधगया आए थे.