वहीं, आरजेडी ने नीतीश के एनडीए में जाने की अटकलों को खारिज किया.
मृत्युंजय तिवारी ने बोला कि एनडीए से अलग होते ही नीतीश कुमार ने बीजेपी मुक्त भारत का संकल्प लिया था. उसी संकल्प को लेकर इस नए वर्ष में आगे बढ़ना है. इसी वर्ष लोकसभा चुनाव है. विपक्षी दलों को इकट्ठा करने में नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका रही है. गैर बीजेपी दलों की एकजुटता से नीतीश खुश हैं.बता दें कि इन दिनों सीएम नीतीश कुमार के तेवर बदले-बदले लग रहे हैं. ललन सिंह ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से त्यागपत्र दे दिया है. कुछ दिन पहले तेजस्वी यादव नीतीश कुमार से मिलने आए थे. इस क्रम में बोला जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सीएम नीतीश कुमार से बात की थी. नीतीश के एक्शन से कांग्रेस में बेचैनी है. नीतीश को कन्वेनर बनाए जाने पर कांग्रेस विचार कर रही है. कांग्रेस के बड़े नेताओं में खलबली है. नीतीश से संपर्क साधने की कोशिशें तेज हो गई है. नए वर्ष में नीतीश को I.N.D.I.A गठबंधन में बड़ी जिम्मेवारी देने की खबर है.