बिहार में एनडीए में पहले सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा था और अब जब इस पर फैसला हो गया तो पार्टी से जुड़े नेताओं की नाराजगी सामने आने लगी है. ना सिर्फ नाराजगी बल्कि पार्टी से नेता साथ भी छोड़ रहे हैं. मंगलवार (19 मार्च) को मोदी कैबिनेट में मंत्री रहे पशुपति पारस ने एनडीए का साथ छोड़ दिया. कारण साफ है कि वह जो चाहते थे उन्हें नहीं मिला. पशुपति पारस (Pashupati Paras) अब महागठबंधन के साथ जाते हैं क्या करते हैं इस पर वह फैसला लेंगे लेकिन इस मामले पर तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) का बयान सामने आया है.तेज प्रताप यादव ने बोला है कि पशुपति पारस का हम सबसे पहले वेलकम करेंगे. एनडीए को छोड़कर उन्होंने बहुत अच्छा किया है. पूर्व मंत्री और आरजेडी विधायक तेज प्रताप यादव ने बोला कि बीजेपी में नाइंसाफी होती है. पशुपति पारस के साथ नाइंसाफी हुई जिसके बाद उन्होंने सही निर्णय लेते हुए मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है. उन्होंने बोला कि उनका महागठबंधन में स्वागत है.
अगर वह महागठबंधन की ओर से चुनाव लड़ते हैं तो महागठबंधन को इससे काफी लाभ मिलेगा.
तेज प्रताप यादव ने बोला, "अच्छा किया पशुपति जी ने छोड़ दिया. बहुत पहले ही पार्टी को छोड़ देना चाहिए था." तेज प्रताप यादव मंगलवार को पत्रकारों के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे. इसी क्रम में उन्होंने बीजेपी को भी निशाने पर लिया. तेज प्रताप यादव ने बोला, "मेरी भविष्यवाणी है 2025 में भारतीय जनता पार्टी समाप्त है."बता दें कि पशुपति पारस ने मोदी कैबिनेट से त्यागपत्र दे दिया है और वह अब जल्द बड़ी घोषणा कर सकते हैं. महागठबंधन के साथ जा सकते हैं. तेज प्रताप यादव ने भी संकेत दे दिया है और बोला यह भी जा रहा है कि खुद पशुपति कुमार पारस भी आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के संपर्क में हैं. आज मंगलवार की शाम पशुपति पारस पटना आने वाले हैं. आने के बाद मुलाकात हो सकती है.