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गोपालगंज में चर्चित राजनाथ शर्मा कांड की जांच-पड़ताल कर रही CBI की टीम, जगह जगह पर ढूंढ रही सुराग


संवाद 


गोपालगंज में चर्चित राजनाथ शर्मा कांड की जांच-पड़ताल करने सीबीआइ की टीम गुरुवार (09 मई) की देर रात्रि गोपालगंज पहुंची. सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर राजीव रंजन के नेतृत्व में 15 अधिकारियों के टीम इस कांड के हाई लेवल जांच-पड़ताल में जुटी है. जांच के दायरे में चौकीदार से लेकर वरीय पुलिस अधिकारी तक हैं. सीबीआई की टीम शुक्रवार घटनास्थल से लेकर राजनाथ शर्मा के शव ठिकाने लगाए जाने के स्थान तक की जांच-पड़ताल में जुटी है.इस क्रम में साक्ष्य और तथ्यों को जुटाया जा रहा है. कांड के जांच में जुटे सीबीआइ के इंस्पेक्टर मुकेश पांडेय भी वरीय अधिकारियों के साथ हैं. सीबीआई की टीम के पहुंचते ही पुलिस महाकमा में तहलका मची हुई है. सीबीआइ आम लोगों से पूछताछ कर साक्ष्य जुटा रही है. सीबीआइ की जांच के दायरे में कटेया थाना के हाजत में टॉर्चर करने के दौरान उपस्थित चौकीदार पुलिस अधिकारी और मामले की लीपापोती करने में मदद करने वाले पुलिस के वरीय अधिकारी भी सम्मिलित हैं.पटना हाइकोर्ट के सामने मामला आने के बाद कोर्ट ने बिहार पुलिस को तीन सप्ताह का वक्त दिया था कि राजनाथ शर्मा जिंदा है या मुर्दा स्थिति स्पष्ट करें. उसके बाद तत्कालीन एसपी आनंद कुमार ने हथुआ के एसडीपीओ नरेश कुमार के नेतृत्व में निरीक्षक बीरेंद्र कुमार सिंह, कटेया थानाध्यक्ष मिथिलेश पांडेय, अनुशंधानकर्ता जंगो राम, तकनीकी शाखा के पुलिस अवर निरिक्षक दिनेश कुमार यादव और ब्रजेश कुमार की टीम एसआईटी गठित की.इस टीम ने छह राज्यों दिल्ली, गुजरात, झारखंड, हरियाणा, पंजाब, यूपी में पुलिस राजनाथ शर्मा को तलाश किया, लेकिन पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा. पुलिस प्रमाणित नहीं कर पाई कि राजनाथ जिंदा है या मर गया है. हाइकोर्ट ने 11 फरवरी 2023 को पुलिस की जांच पर प्रश्न उठाते हुए सीबीआइ को केस सौंपने का आदेश दिया.

 जिसके बाद ये केस अब सीबीआई देख रही है. 

बता दें कि कटेया थाना के बेइली गांव में छह जून 2021 की रात्रि गांव में एक शादी में आनंद शर्मा को राजनाथ शर्मा, संदीप यादव और मानवेन्द्र कुमार महतो घर से बुलाकर ले गए थे. दूसरे दिन सात जून की सुबह आनंद शर्मा का शव बरामद किया गया. उनकी कत्ल गर्दन रेत कर की गई थी. मृतक की पत्नी रम्भा देवी के तहरीर पर तीनों को नामजद करते हुए पुलिस ने कटेया थाना के कांड संख्या 189/21 दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
इसके बाद पुलिस ने दो दिनों बाद शौच जाने के क्रम में एक अभियुक्त राजनाथ शर्मा के चकमा देकर थाने से भाग जाने की प्राथमिकी कटेया थाने ने चौकीदार परशुराम पासवान के तहरीर पर दर्ज की, लेकिन राजनाथ शर्मा की मां चंद्रवती देवी ने सीजेएम के कोर्ट में मुकदमा दायर कर कटेया पुलिस पर बेटे को हाजत में कत्ल कर शव को गायब कर देने का इल्जाम लगाया. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने परिजनों से मिलने तक नहीं दिया.मां का बोलना था कि कत्ल करने के बाद कोई आरोपी अपने घर में क्यों रहेगा. वह भाग जायेगा, लेकिन पुलिस ने उसे घर से गिरफ्तार किया था और बाद में हाजत में उसे मार दिया. आरोपी राजनाथ शर्मा का आज तक पता नहीं चला. उधर, आनंद शर्मा हत्याकांड में कांड की सूचक रंभा देवी के भाई धनराज कुमार ने हाईकोर्ट में रिट दायर कर कटेया पुलिस पर अभियुक्त को भगाने का इल्जाम लगाया था. सीबीआइ ने कटेया के तत्कालीन थानेदार सुमन कुमार मिश्र व एएसआइ प्रदीप राम को अरेस्ट कर लिया. पटना बुलाकर पूरे मामले में 9 घंटे तक पूछताछ के बाद 16 मई 2023 को सीबीआइ ने अरेस्ट कर लिया था. अभी दोनों पुलिस अधिकारी जेल में है. 


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